प्रश्न : “बेटी बचाओ बेटी पढाओ”
सामाजिक अभियान के द्वारा जेंडर के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए किस प्रकार सहायक है ?
उत्तर
: समाज का विभाजन पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर में प्राकृतिक और जैविक रूप से माना
जाता है | लेकिन वास्तव में समाज सब के लिए अलग-अलग भूमिका निर्धारित करता है और
ये भूमिकाएँ फिर से समाजिक संस्थाओं द्वारा सुदृढ़ कर दी जाती हैं | जिसके फलस्वरूप
ये जैविक विभिन्नताएँ सामाजिक भेदभाव, अलगाव तथा बहिष्कार का आधार बन जाती हैं |
आधी
से ज्यादा जनसँख्या का बहिष्कारण किसी भी विकासशील और सभ्य समाज के लिए गंभीर
समस्या है | यह एक वैश्विक चुनौती है | जिसको संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम
(UNDP) ने संज्ञान में लिया है|
यू.एन.डी.पी.
के अनुसार यदि विकास में सभी जेंडर सम्मिलित नहीं हैं तो ऐसा विकास लुप्तप्राय है (HDR
UNDP 1995) |
सामान्य
जन में किसी भी प्रकार का भेदभाव और विशेषरूप से जेंडर के आधार पर भेदभाव, मानवता
के प्रति एक अपराध है |
इसलिए
सभी के लिए शिक्षा, रोजगार, राजनीतिक प्रतिनिधित्व में समान अवसर, समान कार्य के
लिए एक वेतन, स्वाभिमान के साथ जीवन जीने का अवसर सभी को मिले इसके लिए विशेष प्रयास
किए जाने की आवश्यकता है |
जो
समाज एन सभी बुराइयों को दूर करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाता है, वह एक सभ्य
समाज नहीं कहा जा सकता |
भारत
सरकार ने इन सभी को संज्ञान में लेते हुए तथा भेदभाव से होने वाले दुष्प्रभावों को
ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर “ बेटी बचाओ बेटी पढाओं” समाजिक अभियान
चलाया है|
प्रश्न : धर्म और भू दृश्य के आपसी संबंधों की व्याख्या कीजिए |
अथवा
प्रश्न : भू दृश्य पर धर्मों
की अभिव्यक्ति किस प्रकार प्रकट होती है ?
उत्तर
: भू दृश्य पर धर्मों की औपचारिक अभिव्यक्ति पवित्र संरचनाओं, कब्रिस्तान के उपयोग
और पौधों और प्राणियों के समुच्चय, धर्मिक उद्देश्यों के लिए वृक्षों के निकुंजों
के माध्यम से प्रकट होती है |
पवित्र
संरचनाएँ पूरे देश में व्यापक रूप से वितरित है | ये अस्पष्ट ग्रामीण समाधियों से
लेकर विशाल हिंदू मंदिरों, स्मरणार्थ मस्जिदों अथवा महानगरों में शोभायमान ढंग से
अभिकल्पित बड़े गिरिजाघरों तक हो सकती है |
क्षेत्र
के संपूर्ण भू –दृश्य को एक विशेष आयाम प्रदान करते हए इन मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों, मठों और
गिरिजाघरों के आकार–प्रकार, स्थान–प्रयोग और संख्या में भिन्नता पाई जाती है |
प्रश्न : स्मार्ट सिटी
मिशन पर नोट लिखें |
उत्तर
: स्मार्ट सिटी मिशन का उद्देश्य शहरों को
बढ़ावा देना है जो आधारभूत सुविधा, साफ़ तथा सतत पर्यावरण और अपने नागरिकों को बेहतर
जीवन प्रदान करते हैं |
स्मार्ट
शहरों की एक विशेषता आधारभूत सुविधाओं और सेवाओं के लिए स्मार्ट संसाधनों को लागू
करना है |
जिसमें
क्षेत्रों को प्राकृतिक आपदाओं के कम जोखिम वाले क्षेत्रों के रूप में बनाया जा
सके,
साथ
ही साथ कम संसाधनों का उपयोग तथा सस्ती सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सके |
इस
योजना में सतत तथा समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है |
इस
योजना का उद्देश्य एक ऐसे सघन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करना है जो एक मॉडल के
रूप में अन्य बढ़ते हुए शहरों के लिए लाइट हाऊस का काम करे |
प्रश्न : सतत कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन (NMSA) पर नोट लिखें |
उत्तर
: सतत कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन कृषि को अधिक विशिष्ट, स्थाई, पारिश्रमिक और
जलवायु के अनुकूल बनाने के लिए स्थान विशिष्ट एकीकृत /समग्र कृषि प्रणालियों को
बढ़ावा देकर और उपयुक्त मिट्टी और नमी संरक्षण उपायों के माध्यम से प्राकृतिक
संसाधनों का संरक्षण करना है | सरकार परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) जैसी
योजनाओं के माध्यम से देश में जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है |
प्रश्न : भारत का किसान पोर्टल पर संक्षिप्त नोट लिखों |
उत्तर
: कृषि से संबंधित किसी भी जानकारी की तलाश के लिए किसान पोर्टल किसानों के लिए एक
मंच है | किसानों के बीमा, कृषि भंडारण , फसलों, विस्तार गतिविधियों, बीजों,
कीटनाशकों, कृषि मशीनरी आदि पर विस्तृत जानकारी प्रदान की जाती है | उर्वरकों,
बाज़ार मूल्य, पैकेज और प्रथाओं, कार्यक्रमों, कल्याणकारी योजनाओं के विवरण भी दिए
गए हैं | मिट्टी की उर्वरता, भंडारण, बीमा से संबंधित ब्लॉक स्तर का विवरण,
प्रशिक्षण आदि एक इंटरएक्टिव मानचित्र में उपलब्ध है | उपयोगकर्ता फार्म फ्रैंडली
हैण्डबुक, योजना दिशा –निर्देश आदि भी डाउनलोड कर सकते हैं |
प्रश्न : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) की क्या है ? इसके उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए
|
प्रधानमंत्री
कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) देश के सभी कृषि फार्मो
के लिए सुरक्षात्मक सिंचाई के कुछ साधनों तक पहुँच सुनिश्चित करने की व्यापक
दृष्टि के साथ 2015-16 के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा शुरू
की गई है, जिससे वांछित ग्रामीण समृद्धिआएगी | इस कार्यक्रम के कुछ व्यापक
उद्देश्य इस प्रकार है |
(i)
खेत में पानी की पहुँच बढ़ाना
और सुनिश्चित सिंचाई के तहत खेती योग्य क्षेत्र का विस्तार करना (हर खेत को पानी)
|
(ii)
उचित प्रौद्योगिकियों और
प्रथाओं के माध्यम से पानी का सर्वोत्तम उपयोग करने के लिए जल स्त्रोत वितरण और
इसके कुशल उपयोग के एकीकरण को बढ़ावा देना |
(iii)
अपव्यय को कम करने और अवधि
और सीमा दोनों में उपलब्धता बढ़ाने के लिए खेत में जल उपयोग दक्षता में सुधार,
सिंचाई और अन्य जल बचत प्रौद्योगिकियाँ (प्रति बूंद फसल)
(iv)
स्थायी और जल संरक्षण प्रणालियों को अपनाना |
(v)
मृदा और जल संरक्षण, भूजल के
पुनर्जनन, अपवाह को रोकने, आजीविका के विकल्प प्रदान करने आदि द्वारा वर्षा पोषित
क्षेत्रों का एकीकृत विकास सुनिश्चित करना |
प्रश्न : अटल भूजल योजना पर संक्षिप्त नोट लिखें |
अथवा
प्रश्न : अटल भूजल योजना की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं ?
उत्तर : अटल भूजल योजना को अटल जल योजना भी
कहा जाता है | इसे भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है |
इस योजना को भारत के सात राज्यों गुजरात,
हरियाणा, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के 80 जिलों के 229 ब्लॉक/तालुकाओं की 8220 जल की कमी वाले ग्राम
पंचायतों में कार्यान्वित किया जा रहा है |
भारत के ब्लॉकों की कुल संख्या का लगभग 37 प्रतिशत हिस्सा चुने गए राज्यों में अति-दोहित, गंभीर और अर्ध-गंभीर के आधार पर जल की कमी वाले ब्लॉकों का है |
अटल जल योजना के प्रमुख पहलुओं में से एक पहलू
जल संरक्षण और विवेकपूर्ण जल प्रबंधन में जल के उपयोग के मौजूदा रवैये के प्रति
जनता के व्यवहार में परिवर्तन लाना है |
प्रश्न : राष्ट्रीय जल
नीति, 2012 की मुख्य विशेषताएँ कौन सी
हैं ?
उत्तर : राष्ट्रीय जल नीति 2012
का उद्देश्य मौजूदा स्थिति का आकलन करना और एकीकृत राष्ट्रीय
परिप्रेक्ष्य के साथ कार्य योजना के लिए एक रुपरेखा प्रस्तावित करना है | नीति के
उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, देश के जल संसाधनों का संरक्षण, विकास और बेहतर
प्रबंधन के लिए इसमें कई सिफारिशें की गई हैं |
(i)
अन्तर- राज्यीय नदियों और
नदी घाटियों के इष्टतम विकास के लिए एक
राष्ट्रीय जल ढाँचा कानून, व्यापक कानून की आवश्यकता पर जोर |
(ii)
सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता,
खाद्य सुरक्षा प्राप्त करने, अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर गरीब लोगों का
समर्थन करने और न्यूनतम पारिस्थितिकी तंत्र की जरूरतों के लिए उच्च प्राथमिकता
आबंटन के लिए पूर्व –खाली जरूरतों को पूरा करने के बाद, पानी को आर्थिक रूप से
अच्छा माना जाना चाहिए ताकि इसके संरक्षण और कुशल उपयोग को बढ़ावा दिया जा सके |
(iii)
जल संसाधन संरचनाओं के
डिजाइन और प्रबंधन के लिए जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर अनुकूलन रणनीतियों और
स्वीकार्यता मानदंडों की समीक्षा पर जोर दिया गया है |
(iv)
पानी के कुशल उपयोग को
सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उद्देश्यों के लिए पानी के उपयोग के लिए बेंचमार्क
विकसित करने की एक प्रणाली विकसित की जानी चाहिए, यानि जल पदचिन्ह और जल ऑडिटिंग |
(v)
शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण
क्षेत्रों में जल आपूर्ति की शर्तों में बड़ी असमानता को दूर करने की सिफ़ारिश की गई
है |
(vi)
जल संसाधन परियोजनाओं और
सेवाओं का प्रबंधन सामुदायिक भागीदारी से किया जाना चाहिए |
प्रश्न : जल क्रांति अभियान (2015-16) का वर्णन कीजिए |
उत्तर
: जल एक पुन: उपयोगी संसाधन है, लेकिन
इसकी उपलब्धता सीमित है तथा आपूर्ति और
माँग के बीच अन्तर समय के साथ बढ़ता जाएगा | वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन
दुनिया के कई क्षेत्रों में जल तनाव की स्थिति पैदा कर देगा | भारत की एक खास
स्थिति –उच्च जनसँख्या वृद्धि और तेजी से आर्थिक विकास के साथ जल की बढ़ती माँग है
|
जल
क्रान्ति अभियान भारत सरकार द्वारा 2015-16 में
आरम्भ किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य देश में प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता को
सुनिश्चित करना है | भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लोग पारम्परिक तरीकों से जल
संरक्षण और प्रबंधन सुनिश्चित करते हैं |
जल
क्रांति अभियान का लक्ष्य स्थानीय निकायों (नगरपालिका और ग्राम पंचायत) और सरकारी
संगठनों एवं नागरिकों को सम्मिलित करके इस अभियान के उद्देश्य के बारे में जानकारी
फैलाना है |
जल
क्रांति अभियान के अंतर्गत प्रस्तावित गतिविधियाँ
जल
क्रांति अभियान के अंतर्गत निम्नलिखित गतिविधियाँ प्रस्तावित की गई हैं |
(i)
जल ग्राम बनाने के लिए देश
के 672 जिलों में से प्रत्येक जिले में
एक ग्राम जिसमें जल की कमी है, उसे चुना गया है |
(ii)
भारत के विभिन्न भागों में 1000
हेक्टेयर मॉडल कमांड क्षेत्र की पहचान की गई है | उदाहरण के लिए –उत्तर
प्रदेश, हरियाणा (उत्तर), कर्नाटक, तेलंगाना (दक्षिण), राजस्थान, गुजरात (पश्चिम),
ओडिशा (पूर्व), मेघालय (उत्तर-पूर्व) |
(iii)
प्रदूषण कम करने के लिए
निम्न कार्य प्रस्तावित हैं –
क).
जल संरक्षण और कृत्रिम
पुनर्भरण
ख).
भूमिगत जल प्रदूषण को कम
करना
ग).
देश के चयनित क्षेत्रों में
आर्सेनिक मुक्त कुओं का निर्माण
(iv)
लोगों में जागरूकता फ़ैलाने
के लिए जनसंचार माध्यम, जैसे –रेडियों, टी.वी. प्रिंट मिडिया, पोस्टर
प्रतिस्पर्धा, निबन्ध प्रतियोगिता माध्यम है |
(v)
जल क्रांति अभियान इस तरह से
बनाया गया है कि जल सुरक्षा द्वारा खाद्य और सुरक्षा और आजीविका प्रदान की जाए |
प्रश्न : भूमिगत ताप का सबसे पहला सफल प्रयोग कब और कहाँ किया गया ?
उत्तर
: भूमिगत ताप का सबसे पहला सफल प्रयास सन् 1890 में
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के इडाहो राज्य के बोयजे शहर में
हुआ | जहाँ आस पास के भवनों को ताप देने के लिए गरम जल के पाइपों का जाल तंत्र (नेटवर्क)
बनाया गया था | यह संयंत्र अभी भी काम कर रहा है |
प्रश्न : राष्ट्रीय महामार्ग विकास परियोजनाओं पर नोट लिखें |
अथवा
प्रश्न : स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना तथा उत्तर दक्षिण तथा पूर्व
पश्चिम गलियारा की मुख्य बातों का उल्लेख
कीजिए |
उत्तर
: भारतीय राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने देश भर में विभिन्न चरणों में कई प्रमुख परियोजनाओं की जिम्मेदारी ले
रखी हैं | जिनमें से स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना तथा उत्तर
दक्षिण तथा पूर्व पश्चिम गलियारा परियोजना महत्वपूर्ण परियोजनाएँ हैं |
स्वर्णिम
चतुर्भुज परियोजना
इसके
अंतर्गत 5,846
किलोमीटर लम्बी 4 से 6
लेन वाले उच्च सघनता के यातायात गलियारे शामिल हैं जो देश के चार विशाल महानगरों –दिल्ली-मुंबई-चेन्नई
–कोलकाता को जोड़ते हैं | स्वर्णिम चतुर्भुज के निर्माण के साथ साथ भारत के इन
महानगरों के बीच समय –दूरी तथा यातायात की लागत महत्वपूर्ण रूप से कम होगी |
उत्तर-दक्षिण
तथा पूर्व-पश्चिम गलियारा
उत्तर-दक्षिण
गलियारा का मुख्य उद्देश्य जम्मू –कश्मीर के श्रीनगर से तमिलनाडु के कन्याकुमारी (कोच्चि-सेलम
पर्वत स्कंध सहित) को 4,016 किलोमीटर लंबे मार्ग
द्वारा जोड़ना है |
पूर्व एवं पश्चिम गलियारे का उद्देश्य असम में
सिलचर से गुजरात के पोरबंदर को 3,640 किलोमीटर लंबे मार्ग
द्वारा जोड़ना है |
प्रश्न : अटल टलन पर नोट लिखें |
अथवा
प्रश्न : विश्व की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग कौन सी है ? इसकी कुछ
विशेषताओं का उल्लेख कीजिए |
उत्तर
: अटल टनल विश्व की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है जो 9.02
किलोमीटर लंबी है |
यह
सीमा सड़क संगठन के द्वारा बनाई गई है |
यह
सुरंग पूरे साल मनाली को लाहौल –स्पीति घाटी से जोड़ती है |
पहले
यह घाटी भारी बर्फबारी के कारण लगभग 6 महीने तक
अलग –थलग रहती थी |
यह
सुरंग हिमालय की पीरपंजाल पर्वतमाला में औसत समुद्र तल से 3000
मीटर की ऊँचाई पर अति –आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाई गई है |
प्रश्न : भारतमाला प्रोजेक्ट (परियोजना) पर चर्चा कीजिए |
उत्तर
: भारतमाला प्रोजेक्ट (परियोजना) एक बृहद
परियोजना है | जिसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों को सन् 2022
तक पूरा किया जाना था | इसमें निम्नलिखित योजनाओं को शामिल किया गया
है |
तटवर्ती
भागों से लगे हुए राज्यों की सड़कों का विकास/ सीमावर्ती भागों तथा छोटे बंदरगाहों
को जोड़ना |
पिछड़े
इलाकों, धार्मिक, पर्यटन स्थलों को जोड़ने की योजना |
सेतु
भारतम परियोजना के अंतर्गत 1500 बड़े पुलों तथा 200
रेल ओवर ब्रिज तथा रेल अंडर ब्रिज का निर्माण करना |
लगभग
900
किलोमीटर के नए घोषित किए गए राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास के लिए
जिला मुख्यालय जोड़ने कि योजना |
प्रश्न : कोंकण रेलवे पर नोट लिखे |
उत्तर
: 1998
में कोंकण रेलवे का निर्माण भारतीय रेल की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है
| यह 760 किलोमीटर लंबा रेलमार्ग महाराष्ट्र में रोहा को
कर्नाटक के मंगलौर से जोड़ता है | इसे अभियांत्रिकी (इंजिनियरिंग) का एक अनूठा चमत्कार
माना जाता है | यह रेलमार्ग 146 नदियों व धाराओं तथा 2000 पुलों एवं 91सुरंगों को पार करता है | इस मार्ग पर
एशिया की सबसे लम्बी 6.5 किलोमीटर लंबी सुरंग भी है | इस
उद्यम में कर्नाटक, गोवा तथा महाराष्ट्र राज्य भागीदार हैं |
प्रश्न : उड़ान योजना का वर्णन कीजिए |
उत्तर
: उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) विश्व स्तर पर अपनी तरह की पहली योजना है |
जिसे क्षेत्रीय विमानन बाजार में तेजी लाने के
लिए डिजाइन किया गया है |
इस
योजना को भारत सरकार ने शुरू किया है |
आम
नागरिक के लिए उड़ान को किफायती बनाकर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी (सहलग्नता) को बढ़ावा देने
के लिए नागर विमानन मंत्रालय, द्वारा क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (RCS-
Regional Connectivity Scheme) –उड़ान की
क्ल्प्नाकी गई थी |
योजना
का मुख्य विचार सक्षम नीतियों और प्रोत्साहनों के माध्यम से एयरलाइनों को क्षेत्रीय
और दूरस्थ मार्गों पर उड़ानें संचालित करने के लिए प्रोत्साहित करना है |
प्रश्न : मेट्रो रेलवे का मुख्यालय कहाँ हैं ?
उत्तर
: कोलकाता
प्रश्न : किस पत्तन का नाम बदल कर दीनदयाल पत्तन किया गया है ?
उत्तर
: कांडला पत्तन (गुजरात )
प्रश्न :नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार देश में कितने
अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन है ?
उत्तर
: 25
प्रश्न : नमामि गंगे कार्यक्रम की के उद्देश्यों का उल्लेख कीजिए |
उत्तर
: एक नदी के रूप में गंगा का राष्ट्रीय
महत्व है, लेकिन प्रदूषण को नियंत्रित करके नदी के संपूर्ण मार्ग की सफाई की
आवश्यकता है | केन्द्र सरकार ने निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ ‘नमामि गंगे’
कार्यक्रम आरम्भ किया है |
(i)
शहरों में सीविर ट्रीटमेंट
की व्यवस्था करना |
(ii)
औद्योगिक प्रवाह की निगरानी
|
(iii)
नदियों का विकास |
(iv)
नदी के किनारों पर वनीकरण
जिससे जैवविविधता में वृद्धि हो |
(v)
नदियों के तल की सफाई |
(vi)
उत्तरखंड, उत्तरप्रदेश,
बिहार, झारखण्ड में ‘गंगा ग्राम’ का विकास करना |
(vii)
नदी में किसी भी प्रकार के
पदार्थ को न डालना भले ही वे किसी अनुष्ठान से संबंधित हों, इससे प्रदूषण को बढ़ावा
मिलता है | इसके संबंध में लोगों में जागरूकता पैदा करना |
प्रश्न : स्वच्छ भारत मिशन क्या है ?
उत्तर
: स्वच्छ भारत मिशन शहरों में नवीकरण का एक हिस्सा
है जिसे भारत सरकार ने शहरी गंदी बस्तियों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के
लिए शुरू किया है |
भारत फसलों से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
सबसे अधिक चावल उत्पादन करने वाला राज्य –
पश्चिम बंगाल
सबसे अधिक गेहूँ उत्पादन करने वाला राज्य – उत्तर
प्रदेश
सबसे अधिक चाय उत्पादन करने वाला राज्य – असम
सबसे अधिक कपास उत्पादन करने
वाला राज्य – गुजरात
सबसे अधिक मक्का उत्पादन करने वाला राज्य – कर्नाटक
सबसे अधिक मोटे अनाज (ज्वार बाजरा आदि ) उत्पादन करने वाला राज्य –
राजस्थान
सबसे अधिक दालें उत्पादन करने
वाला राज्य – राजस्थान
सबसे अधिक मूँगफली उत्पादन
करने वाला राज्य – गुजरात
सबसे अधिक गन्ना उत्पादन करने
वाला राज्य – उत्तर प्रदेश
सबसे अधिक जूट (पटसन )उत्पादन
करने वाला राज्य – पश्चिम
बंगाल
निम्नलिखित का पूरा नाम लिखिए |
NRSC: National Remote Sensing Center (Head office : Hyderabad
)
INSAT: Indian national Satellite System (1983)
UDAAN: उड़े देश का आम नागरिक
IRS: Indian Remote Sensing Satellite System
NHAI: National Highway Authority
of India (भारतीय राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण )
BRO: Border Road organisation (सीमा सड़क संगठन)
OIL: Oil India Limited
GAIL: Gas Authority of India
Limited (1984)
HVJ PIPELINE: Hajira Vijaypur Jagdishpur pipeline ( एक गैस पाइपलाइन है | )
AIR: ALL INDIA RADIO (1936) बाद में इसे 1957 में आकाशवाणी में बदला गया |
IBS: Indian broadcasting system (1930)
DD- DOOR DARSHAN (दूरदर्शन )
(भारत
में टीवी 1959 में शुरू हुआ था | 1976 में ऑल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी)
से अलग होकर यह नाम मिला)
CNP- Common National Programme (साझा
राष्ट्रीय कार्यक्रम - पूरे देश के लिए
टीवी पर चलाये जाने वाले कार्यक्रम )
PSLV: Polar Satellite Launch Vehicle (पोलर सेटलाईट लाँच व्हीकल)